आपको खोने से डरने लगा
आपके ही खयालों में खोने लगा।
बार बार सोचा न देखूँ आपको
जाने कब आपकी ओर मुड़ने लगा।
ख्वाब आपके आये मिलने मुझे
जो किया इनकार आपके दीदार को।
एहसास-ऐ-दिल क्या हुआ मुझे
बिन सोचे बिन समझे
मैं आपसे जुड़ने लगा।
जाने कब कहाँ कैसे
आपसे मोहब्बत करने लगा।
बेपनाह बेइंतिहा
हाँ मैं आप पर मरने लगा
आपको खोने से डरने लगा।
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